Lucent Hindi Set – 16 Objective Question & Answer, LUCENT HINDI SET – 16

निर्देशः नीचे दिए गए प्रत्येक प्रश्न में वाक्य के पहले और अंतिम भागों को क्रमशः (1) और (6) की संख्या दी गई है। इनके बीच में आने वाले अंशों को चार भागों में बाँटकर (य), (र), (ल), (व) की संख्या दी गई है। ये चारों भाग उचित क्रम में नहीं हैं । इन्हें ध्यान से पढ़कर दिए गए विकल्पों में से उचित क्रम चुनिए, जिससे सही वाक्य का निर्माण हो ।

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1. (1) स्वदेश-प्रेम के

(य) नागरिकों ने देश के
(र) सदा
(ल) आह्वान पर
(व) वशीभूत होकर
(6) बड़े से बड़ा त्याग किया है ।

(a) व य ल र
(b) य र ल व
(c) ल व र य
(d) वर ल य

  Answer :-(a) व य ल र   


2. (1) गृहिणी गृहस्थ जीवनरूपी नौका की वह पतवार है

(य) इस नौका को
(र) बचाती हुई
(ल) थपेड़ों और भंवरों से
(व) जो अपनी बुद्धिबल, चरित्रबल और त्यागमय जीवन से
( 6 ) किनारे तक पहुँचाती है ।

(a) य र ल व
(c) ल र व य
(b) र ल य व
(d) व य ल र

  Answer :- (d) व य ल र 


3. (1) मेरा विश्वास है कि

(य) जिस चीज में मनुष्य के प्यारे हाथ लगते हैं
(र) और मन की पवित्रता
(ल) उसमें उसके हृदय का प्रेम
(व) सूक्ष्म रूप में मिल जाती है
(6) उसमें मुर्दे को जिन्दा करने की शक्ति आ जाती है ।

(a) य ल र व
(b) र व ल य
(c) ल व यर
(d) वर य ल

  Answer :- (a) य ल र व 


4. (1) देश में अनुशासन की पुनः स्थापना हेतु

(य) का थोड़ा-बहुत समावेश
(र) यह आवश्यक है कि हमारी शिक्षा-व्यवस्था में
(ल) अवश्य किया जाए
(व) नैतिक और चारित्रिक शिक्षा
(6) ताकि छात्रों को कर्त्तव्य – अकर्त्तव्य का ज्ञान हो सके ।

(a) य र ल व
(b) र व य ल
(c) ल व य र
(d) व ल र य

  Answer :- (b) र व य ल 


5. (1) जब तक प्रेमचन्द जी

(य) मुझे मुश्किल से घण्टे – आधे घण्टे का समय मिलता
(र) मेरे घर रहे
(ल) जब मैं उनके साथ चाय पीता था
(व) अन्यथा उनका समय अन्य व्यक्ति अधिकतर
(6) उनकी अनिच्छा से अपने अधिकार में कर लेते ।

(a) य व ल र
(b) र य ल व
(c) ल र व य
(d) व य र ल

  Answer :- (b) र य ल व 


6. (1) जिस समाज में ब्याहता को

(य) अकारण ही अग्नि की भेंट चढ़ा दिया जाता हो
(र) वह समाज निश्चित रूप से
(ल) प्यार के स्थान पर यातना दी जाती है
(व) सभ्यों का समाज नहीं
(6) अपितु नितान्त असभ्यों का समाज है ।

(a) य व र ल
(b) र ल व य
(c) ल य र व
(d) व र य ल

  Answer :- (c) ल य र व  


7. (1) धूप में चमकता

(य) हरा-भरा बगीचा
(र) वे पेड़ अब बहुत
(ल) दीख रहा है, सामने
(व) बड़े हो गए हैं
(6) जिन्हें बाबा ने लगाया था ।

(a) य ल र व
(b) र ल व य
(c) ल र व य
(d) व य र ल

  Answer :-(a) य ल र व   


8. (1) धनिया ने नाक सिकोड़कर कहा

(य) उसका नाम सुनकर
(र) मैंने तुमसे सौ बार
(ल) मेरे मुँह पर भाइयों का बखान न किया करो
(व) हजार बार कह दिया कि
(6) मेरे देह में आग लग जाती है ।

(a) य व र ल
(b) र व ल य
(c) ल य र व
(d) व य ल र

  Answer :- (b) र व ल य 


9. (1) वह भाषा जो सार्वजनिक हो

(य) अर्थात् सारे राष्ट्र के निवासियों द्वारा
(र) और राजनीतिक कार्यों में जिसका प्रयोग किया जाए
(ल) बोली और समझी जा सके
(व) साथ ही साथ उसे संविधान द्वारा स्वीकृति प्राप्त हो
(6) ऐसी भाषा को हम राष्ट्र भाषा कहेंगे ।

(a) य ल र व
(b) र ल व य
(c) ल य र व
(d) वर य ल

  Answer :- (a) य ल र व 


10. (1) सामाजिक जीवन में

(य) क्रोध की जरूरत बराबर पड़ती है
(र) मनुष्य दूसरों के द्वारा पहुँचाए जाने वाले बहुत से
(ल) यदि क्रोध न हो तो
(व) कष्टों की चिर निवृति का
(6) उपाय ही न कर सके ।

(a) य ल र व
(b) र य ल व
(c) ल र व य
(d) व य र ल

  Answer :-(a) य ल र व   


11. (1) मरुभूमि राजस्थान की प्रत्येक स्थली पर

(य) जहाँ पद्मिनी और लक्ष्मीबाई ने देश के हितार्थ तलवार धारण की
(र) जहाँ की देवियों ने अपने सतीत्व की
(ल) रक्षा के लिए अपने प्राण अग्निदेव को समर्पित कर दिए
(व) वहाँ के वीरों का रक्त प्रवाहित हुआ
( 6 ) और शत्रुओं का मान मर्दन किया ।

(a) य र ल व
(b) व य र ल
(c) ल व य र
(d) व र ल य

  Answer :- (d) व र ल य 


12.

(य) बेकारी की समस्या
(र) बढ़ती जा रही है
(ल) शिक्षित वर्ग की
(व) दिन-प्रतिदिन

(a) र य व ल
(b) ल य व र
(c) व ल र य
(d) य र ल व

  Answer :- (b) ल य व र 


13. (1) काव्य के विषय में द्विवेदीजी की एक

(य) विशेष प्रकार की रुचि बन गई थी और चूँकि वे
(र) कवि की दृष्टि से करते थे अतः अनेक नए काव्यों को, जो
(ल) काव्य का अध्ययन आलोचक की दृष्टि से नहीं वरन्
(व) उनके संस्कारों से मेल नहीं खाते थे, मुक्त भाव से स्वीकार करना
( 6 ) उनके लिए कठिन हो जाता था ।

(a) य र ल व
(b) य ल र व
(c) य व र ल
(d) य व ल र

  Answer :- (b) य ल र व  


14. (1) वैसे देखा जाए तो

(य) प्रकृति स्वयं उस शक्ति का निर्माण करती है, जो
(र) नाना प्रकार के दाहक और पाचक रसों के रूप में
(ल) उदर के भीतर कोई अग्नि की ज्वाला नहीं है, किन्तु
(व) नाना भाँति के खाद्य पदार्थों अर्थात् भोज्य को
(6) पचा सकती है ।

(a) ल य र व
(b) य र व ल
(c) ल र य व
(d) र य व ल

  Answer :- (a) ल य र व 


15. (1) हमें यह समझ लेना चाहिए कि

(य) एक सुन्दर स्वरूप है और यह भी मानना होगा कि
(र) धर्म की भाषा अधिक स्पष्ट, मूर्त्त और परिष्कृत
(ल) होती गई है और इसके लिए बहुत हद तक
(व) धर्म मानव जाति की मूलगत अनुभूतियों का
(6) विज्ञान ही उत्तरदायी है ।

(a) य र ल व
(b) र ल व य
(c) व य र ल
(d) व य ल र

  Answer :- (c) व य र ल  


16. (1) मिथकीय आवरणों को

(य) अर्थ देने वाले लोग
(र) सार्वभौम रचनात्मकता को पहचानने वाले कला समीक्षक
(ल) हटा उसे तथ्यानुयायी
(व) मनोवैज्ञानिक कहलाते हैं, आवरणों की
(6) कहलाते हैं ।

(a) य ल व र

(b) ल य व र
(c) ल र व य
(d) य र व ल

  Answer :- (b) ल य व र 


17 (1) वस्तुतः हिन्दी साहित्य का आदिकाल

(य) की दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण है और यही
(र) अपनी विविध साहित्यिक प्रवृत्तियों,
(ल) विविधताएं आदिकालीन साहित्य की समस्याओं
(व) विविध काव्य-रूपों एवं शैलियों
( 6 ) को जन्म देने वाली हैं ।

(a) र य ल व

(b) र व य ल
(c) व र य ल
(d) व र ल य

  Answer :- (b) र व य ल  


18. (1) प्रायः विद्वान यह मानते हैं कि जीवन का बाहरी पक्ष

(य) जीवन को प्रेरित करने वाले आदर्श
(र) जैसे रहन सहन, मकान, सड़क, यातायात के साधन आदि
(ल) जैसे सत्य, प्रेम, अहिंसा आदि
(व) सभ्यता के अन्तर्गत आते हैं और
(6) संस्कृति के अंतर्गत आते हैं ।

(a) य र व ल
(b) र व य ल
(c) ल व य र
(d) व र य ल

  Answer :- (b) र व य ल  


19. (1) हमारा उद्देश्य होगा, जीवन के

(य) करना कि हमारा सामाजिक जीवन
(र) हर सांस्कृतिक पहलू का इस प्रकार विकास
(ल) पुनर्गठित हो और वह सौन्दर्य एवं आनन्द को
(व) स्वतंत्रता, समता और मानवता के आधार पर
(6) उपलब्ध करा सके ।

(a) व र ल य
(b) र य ल व
(c) र य व ल
(d) वर य ल

  Answer :-(c) र य व ल   


20. (1) जंगल में जिस प्रकार

(य) अपनी संस्कृतियों के द्वारा एक-दूसरे के साथ मिलकर
(र) अनेक लता, वृक्ष और वनस्पति अपने
(ल) अविरोधी स्थिति प्राप्त करते हैं, उसी प्रकार राष्ट्रीय जन
(व) अदम्य भाव से उठते हुए पारस्परिक सम्मिलन से
(6) राष्ट्र में रहते हैं ।

(a) य र व ल
(b) र व ल य
(c) व य र ल
(d) व र य ल

  Answer :-(b) र व ल य   


21. (1) अपनी व्यक्तिगत सत्ता की

(य) जगत के वास्तविक दृश्यों और
(र) जीवन की वास्तविक दशाओं में जो हृदय समय- समय
(ल) निज के योग-क्षेम से संबंध से मुक्त करके,
(व) अलग भावना से हटाकर
(6) पर रमता है, वही सच्चा कवि हृदय है ।

(a) ल र य व
(b) य र व ल
(c) व ल य र
(d) ल व र य

  Answer :- (c) व ल य र 


22. (1) यदि अपवित्र और अमंगलकारी विचार

(य) हमारा सारा जीवन, उसके कार्य और फल एक दूषित वातावरण से भर जाएंगे और
(र) हमारे पार्थिव शरीर की समाप्ति ही नहीं
(ल) हमारे अन्तस् में आविर्भूत होने लगे तो
(व) अपितु उन मानव मूल्यों की भी समाप्ति हो जाएगी जिन पर
(6) मानव-जीवन और उसका अस्तित्व अवलम्बित है ।

(a) ल र य व
(b) र ल य व
(c) लय र व
(d) य ल र व

  Answer :- (c) लय र व  


23. (1) जो कलाकार नाटक, संगीत, नृत्य और चित्रकारी में लगे हैं, हम

(य) सामाजिक जीवन को सौन्दर्यमय बनाकर उसे
(र) जनता की इच्छाओं और आकांक्षाओं को प्रतिफलित होने दे और
(ल) उन्हें प्रोत्साहित करेंगे कि वे अपनी कलाकृतियों में
(व) उन्हें एकत्र करेंगे और
( 6 ) आनन्द से परिपूरित करें ।

(a) व य ल र
(b) ल र व य
(c) व ल र य
(d) य र ल व

  Answer :- (c) व ल र य 


24. (1) सब जानते हैं कि हिन्दी

(य) सिद्ध होगी ही, अंग्रेजी सह राजभाषा पद
(र) देर-सवेर भारत की एकमात्र राजभाषा
(ल) से हटेगी ही, तो उस स्थिति
(व) के अनुकूल अपने को बना लेने के लिए
(6) हम हिन्दी का अध्ययन कर रहे हैं।

(a) र य ल व
(b) ल र व य
(c) ल य र व
(d) र व ल य

  Answer :- (a) र य ल व  


25. (1) इस तरह हम

(य) जो अपनी लेखनी या कूची, वाणी या वाद्यों द्वारा
(र) उन सभी कलाकारों का आह्वान कर रहे हैं
(ल) एक व्यापक संगठन न होने के कारण जिनकी साधनाएँ
(व) समाज को ‘सत्यं’, ‘शिवं’, में लगे हैं किन्तु ‘सुन्दर’ की ओर ले जाने
(6) इच्छित फल नहीं दे पा रही है

(a) र य ल व
(b) र य व ल
(c) य व र ल
(d) य र व ल

  Answer :- (b) र य व ल 


26. (1) कभी-कभी तय करना

(य) मानवीय विकास का इतिहास
(र) कठिन हो जाता है कि
(ल) षड्यंत्रों से बना है या यह
(व) राजा सम्राटों के युद्धों और
(6) सारी यात्रा आदि शब्द से शुरू होकर किताब-दर-किताब होती हुई हम तक आई है।

(a) र ल य व
(b) व ल र य
(c) र य व ल
(d) ल र य व

  Answer :-(c) र य व ल   


27. (1) जिस प्रकार

(य) दहकना है उसी प्रकार
(र) उसके स्वभाव का
(ल) मनुष्य का धर्म
(व) अग्नि का धर्म
(6) पर्याय होना चहिए ।

(a) व य ल र
(b) लय व र
(c) व य र ल
(d) र लय व

  Answer :- (a) व य ल र  


28. (1) आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी

(य) और नवयुग की चेतना लेकर निबंध के
(र) एवं विचारात्मक कोटियों में रखे जा सकते हैं, जो
(ल) प्राचीन सांस्कृतिक परम्परा का गंभीर ज्ञान
(व) क्षेत्र में अवतरित हुए तथा इनके निबंध भावात्मक
( 6 ) इनके व्यक्तित्व की छाप लिए हुए हैं ।

(a) व र ल य
(b) य ल र व
(c) र व य ल
(d) ल य व र

  Answer :-(d) ल य व र   


29. (1) जाति, देश और काल की सीमाओं में

(य) साहित्यिक मूल्यांकन प्रस्तुत करेंगे, तो
(र) सामयिक आवश्यकता – रागात्मक एकता
(ल) साहित्य के मूल उद्देश्य तथा
(व) बँधे रहकर यदि हम
(6) से ही दूर जा पड़ेंगे।

(a) ल र य व
(b) व य ल र
(c) व र ल य
(d) य ल र व

  Answer :- (b) व य ल र 


30. (1) मनुष्य पाँव से चलता है

(य) समुदाय से चलता है
(र) तब उसे जीवन कहते हैं,
(ल) प्राणों से चलता है
(व) तब उसे यात्रा कहते हैं,
(6) तब उसे समाज कहते हैं ।

(a) र ल व य
(b) य ल व र
(c) व ल र य
(d) व य र ल

  Answer :- (c) व ल र य 


31. (1) संक्षेपतः कहा जा सकता है कि

(य) अनायास ही मानव-जीवन की सर्वोपयोगी
(र) सरस साधन काव्य ही है, जिसका
(ल) चारों पदार्थों की प्राप्ति का सुलभ तथा
(व) अनुशीलन करने पर अल्पबुद्धि वाले प्राणी भी
( 6 ) वस्तुओं को प्राप्त कर सकते हैं ।

(a) ल र वय
(b) व ल र य
(c) य र व ल
(d) ल र य व

  Answer :- (a) ल र वय  


32. (1) सच्ची बात तो यह है कि

(य) वह अपना मनोरंजन संगीत और अभिनय जैसे
(र) किसी भी युग का प्राणी ऐसा नीरस
(ल) आनन्ददायक साधनों के
(व) और हृदयहीन नहीं होता है कि
(6) द्वारा नहीं करता ।

(a) र य ल व
(b) य ल व र
(c) र व य ल
(d) ल व र य

  Answer :-(c) र व य ल   


33. (1) साहित्यकार

(य) न तो क्रांतिकर्मी होता है
(र) सामाजिक विद्रूपताओं को परख कर
(ल) और न निरा समाज-सुधारक, वह तो
(व) उनमें यथोचित संशोधन का
(6) अन्वेषक होता है ।

(a) य ल र व
(b) व ल य र
(c) य र ल व
(d) व य र ल

  Answer :-(a) य ल र व   


34. (1) एक

(य) एक राष्ट्रीय चेतना
(र) की समष्टि ही
(ल) लेकर रहने वाले व्यक्तियों
(व) भौगोलिक सीमा में
(6) देश है ।

(a) य र ल व
(b) य ल व र
(c) व य ल र
(d) व र ल य

  Answer :-(c) व य ल र  

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